रक्सौल में अंतरराष्ट्रीय बाल दिवस के उपलक्ष्य में जागरूकता को लेकर एसएसबी , समाजिक संगठन व जनप्रतिनिधियों ने निभाई अपनी दायित्व।

 अंतरराष्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के उपलक्ष्य में जागरूकता को लेकर हुई बैठक

रक्सौल। पूर्वी चम्पारण बिहार।

 अंंतरराष्ट्रीय  बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर बचपन बचाव आंदोलन द्वारा पनटोका पंचायत के भरतमही गांव के वार्ड नं. 02 में ग्रमीणों के बीच जागरूकता कार्यक्रम आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि पनटोका के मुखिया अमरजीत प्रसाद चौरसिया और एसएसबी 47 वी बटालियन पनटोका निरीक्षक राज कुमार थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता बचपन बचाओ आंदोलन की असिस्टेंट प्रोजेक्ट ऑफिसर आरती कुमारी द्वारा किया गया। जिसमे ग्रामीणों को बाल श्रम, मानव व्यापार, बाल विवाह और बंधुआ मजदुरी रोक थाम के लिए जागरूक किया एवं कोरोना महामारी के कारण बहुत सारे बच्चे घर आये है। बहुत सारे परिवार इस महामारी में गरीब हो चुके हैं। इन परिवारों के बच्चे को दलाल पुनः अपने साथ पलायन की तैयारी में होंगे। इसे रोकने के लिए प्रयास जारी रखने की चर्चा की गई। बच्चों के चार मौलिक अधिकार है। जीने का अधिकार, विकास का अधिकार, संरक्षण का अधिकार, सहभागिता का अधिकार इन अधिकारों को हमे बच्चे से दुर नहीं करना चाहिए। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अमरजीत प्रसाद चौरसिया ने कहा कि आज अंतरास्ट्रीय बाल श्रम निषेध दिवस के अवसर पर बचपन बचाओ आंदोलन को मैं बहुत धन्यवाद देता हूं जो ऐसे कार्यक्रम हमारे पंचायत में करना सुनिश्चित किया और हम सब को इस विषय पर कुछ कहने का मौका मिला। हम सभी संकल्प लेते हैं कि हम अपने पंचायत में बाल श्रम, बंधुआ मजदुरी और बाल विवाह को होने नही देंगे।एसएसबी 47 वी बटालियन पनटोका निरीक्षक राज कुमार द्वारा ग्रामीणों को बताया गया। ये बहुत ही जघन्य अपराध हैं जो कि हमारे समाज से ही रोका जा सकता है। इस अवसर पर पेड़ लगा कर संकल्प लिया गया कि बाल श्रम नही होने देंगे। मौके पर बचपन बचाओ आंदोलन के अमित कुमार, राज गुप्ता, एस एस बी से सूरज, हरि, पवन कुमार, वार्ड सदस्य बच्चा राम, जिया लाल साहनी, मथुरा साह, सोना देवी, लालसा देवी आदि उपस्थित थे।



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