बेगूसराय, बिहार
रिपोर्ट- रंजन
: इस वर्ष भी मानसून की बारिश का शुरुआत हो चुका है। पिछले दो दिनों से रह रह कर हो रही भारी बारिश एवं तेज हवा से आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। अब तक शहर की सभी नालियों की सफाई पूरी नहीं हुई है। विभिन्न मोहल्लों में निर्माणाधीन नालों एवं सड़कों का कार्य मानसून से पूर्व कर लेने का दावा अब पूर्णत: झूठा साबित हो रहा है। वैसी सड़कें जो पिछले मानसून में भी जलजमाव की समस्या से ग्रसित थे, उक्त सड़कों पर आज भी जलजमाव की समस्या जस की तस बनी हुई है। हालात ऐसे हैं कि मानसून के प्रवेश के साथ लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने नगर प्रशासन के विकास कार्यों की पोल खोल दी है। सड़क से लेकर लोगों के घर-आंगन में वर्षा का जल एवं नाला का गंदा पानी घुटने भर जमा है, जो नगर वासियों के लिए मुसीबत बन गया है। पार्षद और कार्यपालक पदाधिकारी के घर के अंदर और बाहर पानी जमा हो चुका है।
हालांकि शहर की ड्रेनेज सिस्टम को दुरुस्त करने के लिए अब तक करोड़ों रुपये खर्च किए जा चुके हैं। तकनीकी लापरवाही के कारण बगैर किसी आबादी और जल निकासी के योजनाओं पर यह राशि खर्च की गई और की जा रही है। नतीजा नगर वासियों को जलजमाव से निजात नहीं मिल पा रही है और जल निकासी की समस्या नगर के लिए नासूर बनी हुई है। इसके लपेटे में नगर के कार्यपालक पदाधिकारी से लेकर पार्षदों के घर आंगन भी हैं, जहां घुटने भर पानी जमा है। इसके अलावा बाजार की मुख्य सड़क के अतिरिक्त, सेवा सदन गली, स्टेशन रोड, आंबेडकर चौक, यूको बैंक के सामने आदि जगहों पर अधिक मात्रा में जलजमाव है। समस्या से निजात के लिए 16 जून 2020 को मुख्य पार्षद गीता देवी कुशवाहा की अध्यक्षता में संपन्न सामान्य बोर्ड की बैठक में कुल 49 लाख 79 हजार की राशि से बाजार की मुख्य सड़क के सेंट्रल बैंक के सामने से महादेव स्थान चौक तक आरसीसी नाला निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति दी गई थी। इसे आज तक अमल में नहीं लाया जा सका। नतीजा सामने है। हल्की बारिश में भी मुख्य बाजार क्षेत्र की कच्ची नाली होकर गंदा पानी दर्जनों घरों में प्रवेश कर रहा है।
करोड़ों खर्च के बाद भी नगर प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा भुगत रहे नगरवासी
इस बाबत वार्ड संख्या 13 के पार्षद सिधेश आर्य कहते हैं कि वर्ष 2015 में बिहार सरकार द्वारा सात निश्चय योजना लागू की गई थी। इसमें सौ से अधिक बसावट वाली वैसी सभी कच्ची सड़कें तथा नालियों को मुख्य सड़क एवं मुख्य नाले से जोड़ा जाना था। इसके अलावा पंचम वित्त आयोग से प्राप्त कुल आवंटन की 20 प्रतिशत राशि भी नाली निर्माण पर खर्च किए जाने का प्रावधान है। इसके तहत वित्तीय वर्ष 2016-17 से अब तक कुल 12 करोड़ 84 लाख 24 हजार 317 रुपये शहर में ड्रेनेज निर्माण पर व्यय किया जा चुका है। तकनीकी लापरवाही के कारण बगैर किसी निकासी और आबादी के नाला निर्माण कर सरकारी राशि का दुरुपयोग कर दिया गया।
जल निकासी की अविलंब व्यवस्था करे नगर प्रशासन : एसडीओ
बखरी नगर परिषद क्षेत्र में भारी जलजमाव से नाराज एसडीओ ने जल निकासी की अविलंब व्यवस्था करने का निर्देश नगर प्रशासन को दिया है। कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देशित पत्र में एसडीओ अशोक कुमार गुप्ता ने कहा है कि भारी बरसात को देखते हुए उनके द्वारा नगर परिषद क्षेत्र का भ्रमण किया गया। इसमें पाया गया कि ढाला चौक स्थित सार्वजनिक नव दुर्गा स्थान से सोनिहार जाने वाली सड़क वार्ड नंबर 17, मध्य विद्यालय बखरी बाजार से सुग्गा जाने वाली सड़क वार्ड नंबर 15, पुरानी दुर्गा मंदिर से आंबेडकर चौक और बेगूसराय जाने वाली सड़क, सेवा सदन गली वार्ड नंबर आठ, मछहट्टा से स्टेशन जाने वाली सड़क वार्ड नंबर 11 आदि में भारी जल जमाव है। इससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसीलिए जल निकासी की अविलंब व्यवस्था करना सुनिश्चित किया जाए।
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