रक्सौल
बीस वर्ष पूर्व निर्मित केशरे हिंद तटबंध के टूटने से सन 2017 में भी भारी तबाही मची थी और जान- माल की भारी क्षति हुई थी। पिछले कई सालों से इस बांध की मजबूती के लिए बहुत पुख्ता कदम नहीं उठाए गये हैं। नेपाल में भारी बारिश होने से बांध पर बाढ़ के पानी का दबाव बढ़ गया है। पानी के कटाव से बांध की स्थिति काफी खराब है और इसके कारण इन दिनों उक्त तटबंध पर टूटने का खतरा मंडरा रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को रक्सौल विधायक प्रमोद कुमार सिन्हा, डीसीएलआर रामदुलार राम, कार्यपालक दंडाधिकारी संतोष कुमार सिंह, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी संदीप सौरभ व अंचलाधिकारी विजय कुमार ने बांध का निरीक्षण किया।
इस वर्ष भी केसरे हिंद बांध कहीं पानी के दबाव में टूट कर आसपास के गांव को जलमग्न न कर दे, इसी सम्भावना के मद्देनजर उसके सुरक्षा और मरम्मत के दृष्टिकोण से रक्सौल अनुमंडल के तमाम अधिकारियों के साथ उक्त तटबंध की स्थिति का निरीक्षण किया और ये देखा कि फिलहाल बांध को सुरक्षित करने के लिए और किस तरह के इंतजामात करने होंगे। इसके साथ-साथ पिछले दिनों आए बाढ़ में क्षतिग्रस्त सड़कों का भी निरीक्षण किया।
साथ ही विधायक व रक्सौल प्रशासन ने रक्सौल प्रखण्ड अंतर्गत आने वाला केसर हिन्द बांध, गाद, तिलावे नदी और नेपाल से आने वाली सभी छोटी बड़ी नदियों के द्वारा हो रहे कटाव एवं लगातार पिछले कई दिनों से हो रहे बारिश के पानी से क्षेत्रीय नदियों के उफनने से हुए जल जमाव के कारण फसल क्षति का निरीक्षण किया। प्रमोद कुमार सिन्हा ने स्थानीय प्रशासन को केसरे हिन्द बांध का और स्थानीय नदियों के बढ़ते जल स्तर से हो रहे कटाव से बचाने के लिए तुरंत कटाव रोधक कार्य करने को कहा। प्रखण्ड के सभी पंचायतों में लगातार हो रहे बारिश की वजह से हुए जलजमाव से फसल पूरी तरह से नष्ट हो गए और अब नये फसल लगाना भी संभव नही हो पायेगा, ऐसी स्थिति पूरे रक्सौल प्रखण्ड को फसल छति देने की घोषणा करने की जिला पदाधिकारी, पूर्वी चम्पारण शीर्षत कपिल अशोक से अनुसंशा किया। मौके पर पूर्व भेलाही मुखिया अजय पटेल, पुरन्द्रा मुखिया आलोक नट, मुखिया सुबोध कुशवाहा, भाजपा मंडल अध्यक्ष विपिन मिश्रा, सांसद प्रतिनिधि राजकिशोर राय, इंग्राशन पटेल, हरि सिंह, मोती बैठा, मृत्युंजय सिंह, सोनेलाल साह आदि उपस्थित रहे।
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