सीतामढ़ी(वरीय पत्रकार बाल्मिकी )
इश्क का खुमार ऐसा होता है, जो जिसके सर चढ़ जाए, समझो फिर वो कुछ नहीं देखता! ऐसा की मामला सामने आया, जिसमें एक गांव की मुखिया ही अपने प्रेमी के साथ भाग गई! जिसके 3 बच्चे बताए जा रहे हैं! अब गांव के लोग अपनी मुखिया का इंतजार कर रहे है। बिहार के सीतामढ़ी जिले में चौंकाने वाला मामला सामने आया है!
अपने तीन बच्चों और पति को छोड़कर प्रेमी संग फरार हुई सीतामढ़ी के खोपराहा पंचायत की मुखिया रेखा देवी पूरे बिहार के लिए चर्चा का विषय बन गई है। अब रेखा देवी (38 साल) और उसके प्रेमी संजय कापड़ (35 साल) के बारे में कई नई जानकारियां सामने आ रही हैं। बताया जा रहा है कि संजय कापड़ और रेखा के पति रामअयोधी पासवान काफी अच्छे दोस्त थे। रेखा की शादी रामअयोधी पासवान से साल 1999 में हुई थी। रेखा देवी से शादी से पहले से रामअयोधी के घर पर संजय कापड़ का आना-जाना था।
संजय कापड़ की पत्नी और बच्चों ने भी कई सालों से उसे छोड़ दिया है। उसकी पत्नी अपने बच्चों के साथ दिल्ली में रहती है। रेखा देवी को शुरुआती दौर से ही राजनीति में आने की इच्छा थी। संजय, रेखा को विधायक बनाने का भी सपना दिखाता था।
साल 2016 में हुए मुखिया चुनाव में दोनों दोस्तों ने मिलकर रेखा को चुनाव के मैदान में उतारा था।
महिला मुखिया प्रेमी संग फरार: दोनों पहले से शादीशुदा और मुखिया के 3 बच्चे, सबसे बड़ा 21 साल का; चुनाव प्रचार में हुआ था प्यार
खाद के व्यवसाय में बढ़ी थी नजदीकियां
संजय कापड़ और रामअयोधी पासवान ने साल 2002 में मिलकर खाद का व्यवसाय शुरु किया था। दोनों ने अपने इस धंधे से काफी कमाई की। इसी बीच रेखा देवी और संजय कापड़ के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी। इसके बारे में परिवार के अन्य सदस्यों को कुछ भी मालूम नहीं था। साल 2003 में रेखा के पति की शिक्षक की नौकरी लग गई।
दोनों ने मिलकर रेखा को चुनाव लड़वाया, संजय ने बहाए रुपए
साल 2016 में हुए मुखिया चुनाव में दोनों दोस्तों ने मिलकर रेखा को चुनाव के मैदान में उतारा था। इस दौरान रेखा को मुखिया बनाने के लिए संजय ने कोई भी कसर नहीं छोड़ी। अपने रुपए पानी की तरह बहाए। उस चुनाव में तो रेखा को सफलता नहीं मिली। लेकिन इस बीच रेखा और संजय की नज़दीकियों के बारे में परिवारवालों को भनक लग गई। परिवार ने दोनों को समझाने की कोशिश की। फिर भी दोनों छुप-छुपकर मिलते रहे। रेखा के बड़े बेटे ने अपनी मां के प्रेमी संजय को मारने के लिए भी धमकी दी थी।
साल 2021 में रेखा देवी के चुनाव के स्टार प्रचार थे प्रेमी
कुछ दिन बाद फिर से सब कुछ अच्छे से चलने लगा। इसी बीच साल 2021 में दोबारा पंचायत चुनाव नजदीक आ गए और फिर से प्रेमी और पति ने आपसी सहमति से रेखा को पंचायत चुनाव में उतार दिया। इस बार रेखा 161 मतों से चुनाव जीतकर मुखिया बन गई। लेकिन अब रेखा की जीत ने उसके पति और प्रेमी के बीच दूरियां बढ़ा दी। संजय का कहना था कि चुनाव में मेरा काफी पैसा खर्च हुआ है। उसका हिसाब कैसे होगा? रुपयों के विवाद में दोनों के बीच तल्खी बढ़ती गई।
अब बीते 9 मार्च को रेखा कुमारी अचानक घर से गायब हो गई। 15 मार्च को रेखा के पति ने स्थानीय थाने में संजय कापड़ समेत 3 लोगों के खिलाफ पत्नी के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई है। फिलहाल स्थानीय पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। पुलिस का कोई अधिकारी इस मामले पर कुछ भी कहने से इनकार कर रहा है।
0 टिप्पणियाँ