एक होटल ऐसा भी जहां रोजेदारों को मिलती है मुफ्त इफ्तार

 गुवाहाटी-

रमजान का पवित्र महीना इस्लाम के अनुयायियों के धार्मिक रीति-रिवाजों और परंपराओं के अनुसार दुनिया भर में मनाया जा रहा है. इस दौरान लोग रोजे के अलावा तरह-तरह के अच्छे काम करके अल्लाह की रहमत हासिल करने की कोशिश करते हैं.

गुवाहाटी के जलुकबाड़ी के व्यवसायी मतिउर रहमान भी ऐसे ही लोगों में से एक हैं. रमजान के पवित्र महीने में होटल व्यवसायी रहमान अपने होटल में 200के करीब रोजेदारों को मुफ्त में दैनिक इफ्तार करा रहे हैं. इसकी वजह से जलुकबाड़ी का होटल ताज इनदिनों विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है.

मतिउर रहमान अपने होटल ताज में रोजेदारों को कई प्रकार के व्यंजन परोसते हैं. साथ ही इफ्तार के दौरान रोजेदारों को बधाई देना नहीं भूलते.प्रतिदिन 150 से 200 लोगों के लिए इफ्तार तैयार करने में वह होटल कर्मचारियों के साथ व्यक्तिगत रूप से सहायता करते हैं.

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होटल में इफ्तार करते रोजेदार


होटल में मुफ्त इफ्तार के साथ कई तरह के भोजन उपलब्ध कराए जाते हैं. रोजेदारों को इफ्तार में 15प्रकार के व्यंजन जैसे फल, रोटी या पराठा, पुलाव, मांस आदि दिए जाते हैं.

जलुकबारी के बीच स्थित होटल ताज इन दिनों व्यस्त लोगों के इफ्तार के लिए आदर्श स्थल बना हुआ है. छोटे व्यापारी, दुकानदार, मछुआरे, कर्मचारी, छात्र आदि तरह-तरह के लोग होटल में इफ्तार करते देखे जा सकते हैं. यह सिलसिला पिछले 11साल से चल रहा है.

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रोजेदारों को परोसा गया इफ्तार

पत्रकारों से बातचीत में, होटल ताज के मालिक मतिउर रहमान कहते हैं, ‘‘यह लाभ या हानि का सवाल नहीं है. परंपरागत रूप से, मैं इफ्तार की व्यवस्था करता रहा हूं. भविष्य में भी करता रहूंगा. यह लोगों से परिचित होने का एक शानदार तरीका है. इसी बहाने में उन्हें बेहतर तरीके से जान पाता हूं.‘‘

वह कहते हैं,‘‘कम से कम मैं रमजान के महीने में फायदे-नुकसान के बारे में तो बिल्कुल ही नहीं सोचता. मैं सारा काम खुद करता हूँ. अगर कोई मुझे इफ्तार कराने के लिए कुछ देता भी है तो उसे इफ्तार के खाने के नाम पर खर्च कर देता हूँ. ’’

एक रोजेदार ने कहा,‘‘ यह पहली बार है जब मैंने अपने जीवन में ऐसा होते देखा है. उम्मीद करते हैं कि मतिउर रहमान भविष्य में भी ऐसा महान काम जारी रखेंगे.‘‘इफ्तार के अलावा मतिउर रहमान के होटल में नमाज के लिए भी खास इंतजाम है.

इसके लिए एक कमरा अलग से तैयार किया गया है. यहां उन लोगों को यह सुविधा प्रदान की जाती है जो इफ्तार की बाद नमाज अदा करना चाहते हैं.

[अरिफुल भाई के कलम से .........]

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